प्रयागराज यात्रा 2025: रंजन शर्मा और काव्या पटेल के साथ कविता, दर्शन और भक्ति का संगम
🕉️ प्रयागराज यात्रा 2025: कार्यक्रमों की झलक
2025 में प्रयागराज की इस विशिष्ट यात्रा के दौरान कवि रंजन शर्मा 'पक्का बिहारी' और काव्या पटेल शालिनी ने एक साथ कई भक्ति और साहित्यिक कार्यक्रमों में भाग लिया। यह यात्रा गंगा आरती, मंदिर दर्शन और मंचीय कविता पाठ का संयोजन थी।
🌊 गंगा स्नान और मंदिर दर्शन:
- त्रिवेणी संगम पर पवित्र गंगा स्नान कर आध्यात्मिक शुद्धि प्राप्त की।
- अक्षयवट मंदिर और पातालपुरी में दर्शन किए और वहां के ऐतिहासिक वातावरण का अनुभव लिया।
🎤 कविता पाठ और साहित्यिक प्रस्तुतियाँ:
- प्रयागराज में आयोजित एक भव्य कविता सम्मेलन में रंजन शर्मा और काव्या पटेल ने अपने-अपने काव्य पाठ से उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध किया।
- कविता पाठ के दौरान समसामयिक विषयों, देशभक्ति और सामाजिक चेतना से जुड़ी रचनाएँ प्रस्तुत की गईं।
🤝 कार्यक्रमों से बनी सांस्कृतिक मित्रता:
इस यात्रा के दौरान कई आयोजनों में दोनों की सहभागिता रही, जिससे साहित्यिक तालमेल और सांस्कृतिक समन्वय विकसित हुआ। यह मित्रता मंचीय अनुभव और साहित्य के प्रति समान रुचि पर आधारित है, जो अब भी उतनी ही जीवंत है।
📸 झलकियाँ:
📝 निष्कर्ष:
प्रयागराज यात्रा 2025 केवल एक तीर्थयात्रा नहीं, बल्कि कविता, दर्शन और संवाद की गहराइयों से जुड़ा अनुभव था। गंगा किनारे की शांतता, मंदिरों का आध्यात्मिक वातावरण और मंच पर कविता की गूंज – ये सभी मिलकर इस यात्रा को अविस्मरणीय बनाते हैं।
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